12 महीनो के नामकरण:-वज़ह क्या आप जानते हैं ?


जैसे की आप सभी जानते है की हमारे ब्लॉगर पर एजुकेशन के सम्बंधित सभी जानकारी होती है इसी में आइये जानते हैं अंग्रेजी के 12 महीनों के नामकरण के पीछे की वजहों को:-

1.जनवरी (January):-
             जनवरी का नामकरण रोमन देवता "जेनस" के नाम पर हुआ है | कहते है की उनके दो चेहरे थे एक से वे आगे और दूसरे से वो पीछे देखा करते थे | ठीक उसी तरह जनवरी के भी दो चेहरे है एक से वह बिता हुआ और दूसरे से आने वाला वर्ष को देखता है | "जेनस" बाद में  जेनुअरी बना जिसे हिंदी में जनवरी कहा जाने लगा |

2.फरवरी (February):-
                    फरवरी महीने का नाम (यूनानी)लैटिन के फैबरा से पड़ा है | जिसका अर्थ है शुद्धि का त्योंहार | तब यूनानी लोग इसी महीने में अपने घरो की शुद्धि करते थे |

3.मार्च (March):-
              रोमन कैलेंडर में वर्ष का अंत फरवरी और शुरुआत मार्च महीने से होता है | तब सभी युद्ध इसी महीने में होते थे | माना जाता है कि मार्च का नामकरण युद्ध के रोमन देवता "मार्स" के नाम पर हुआ है |

4.अप्रैल (April):-
                    अप्रैल महीने की उत्पत्ति (यूनानी) लैटिन के शब्द "अपरिरे"से हुई है | इसका अर्थ है खुलना क्योकि ये महीना फूलो के खुलने का होता है |
               
5.मई (May):-
           मई महीने की शुरुआत प्रेम और सौन्दर्य की देवी "एफ्रोडाइट" के नाम पर पड़ा | वही यूनानी देवी "माइया" को पेड़ पौधो की सुरक्षा का प्रभारी माना जाता है|  बस उन्हीं के सम्मान में मई नाम की उत्पत्ति हुई |

6.जून (June):-
          रोम के सबसे बड़े देवता "जीयस" और उनकी पत्नी "जूनो" ने इस  महीने में सादी की थी | जून नाम देवी "जूनो" के नाम पर ही पड़ा है |

7.जुलाई (July):-
                 जुलाई महीने का नाम राजा "जूलियस सीजर" के नाम पर रखा गया है |  वह रोम के महान शासको में से थे | उनका जन्म और मृत्यु ईसी महीने में हुआ  था | इसीलिए उनके सम्मान में इस महीने का नाम जुलाई रखा गया |
         
8.अगस्त(August):-
               अगस्त महीने का नाम "जूलियर सीजर" के भतीजे "आगस्टन सीजर" के नाम पर रखा गया है | जो बाद में केवल अगस्त रह गया |

9.सितम्बर(September):-
                      सितम्बर (यूनानी)लेटिन शब्द सेप्टम यानि सात और बर यानि वा से मिलकर सेब्टेम्बर शब्द बना जिसका अर्थ है सातवां | रोम में इसे सेब्टेम्बर कहा जाने लगा |  ए आगे चल कर नौवा महीना(सितम्बर) बना |

10.अक्टूबर(October):-
                      अक्टूबर महीना रोमन का आठवां हुआ करता था | इसे वहा "आक्ट" कहा जाता था या रखा गया था जिसका मतलब होता है आठ | बाद में इसे दसवां महीना बना दिया गया |

11.नवम्बर(November):-
                              नवंबर महीना रोमन का नौंवा हुआ करता था जिसे लैटिन शब्द "नोवेम" से लिया गया था |  जिसका अर्थ है नौवा | बाद में ए ग्यारवां बन गया | 'आक्ट'और 'नोवेम' के आखिर में लैटिन शब्द 'बर' यानि वा जोड़ा गया |

12.दिसंबर (December):-
                             दिसंबर वर्ष का आखरी महीना का नाम भी अंक के आधार पर ही पड़ा | दिसंबर महीना लेटिन शब्द 'डिसेम' से लिया गया है |  जिसका अर्थ है दस |
ए आगे चलकर बारवा महीना बना गया | डिसेम के साथ लैटिन के शब्द 'बर' यानि वा जोड़ा गया | तब से यह दिसंबर कहा जाने लगा |
                   
             
            

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