हिंदी जुदाई /बेवफ़ा शायरी
शायरी :-जो दिल को छूले --
1.अच्छा हुआ तूने,
ठुकरा दिया मुझे,
प्यार चाहिए था,
तेरा एहसान नहीं |
2.एक उमर बीत चली है,
तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है,
कल की तरह।
3.अना कहती है,
इल्तेजा क्या करनी,
वो मोहब्बत ही क्या,
1.अच्छा हुआ तूने,
ठुकरा दिया मुझे,
प्यार चाहिए था,
तेरा एहसान नहीं |
2.एक उमर बीत चली है,
तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है,
कल की तरह।
3.अना कहती है,
इल्तेजा क्या करनी,
वो मोहब्बत ही क्या,
जो मिन्नतों से मिले।
4.मुकम्मल ना सही,
अधूरा ही रहने दो,
ये इश्क़ है कोई,
मक़सद तो नहीं है।
5.वजह नफरतों की,
तलाशी जाती है,
मोहब्बत तो बिन वजह,
ही हो जाती है।
6.गुफ्तगू बंद न हो,
बात से बात चले,
नजरों में रहो कैद,
दिल से दिल मिले।
7.है इश्क़ की मंज़िल
में हाल कि जैसे,
लुट जाए कहीं राह में,
सामान कि जैसे ।
8.कितना भी चाहो ना भूल पाओगे हमें,
जितनी दूर जाओगे नजदीक पाओगे हमें,
मिटा सकते हो तो मिटा दो यादें,
मेरी मगर क्या सांसो से भी जुदा कर पाओगे हमें |
9.आप को पाकर अब खोना नहीं चाहते,
इतना खुश होकर अब रोना नहीं चाहत,
ये आलम है हमारा आप की जुदाई में,
आँखों में है नींद पर सोना नहीं चाहते |
10.कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतजार है,
जुदाई के बाद भी हमें तुझसे प्यार है,
तेरे चेहरे की उदासी कर रही है बयान दास्ताँ,
की मुझसे मिलने के लिए तू भी बेक़रार है |
11.ये कैसी जुदाई है जिसने हमें शायर बना दिया,
ये कैसा गम है जिसने हमें बेबस बना दिया,
सोचा नहीं था जुदा हो जाओगे हमसे कभी,
करते भी क्या जब आप ने ही गैर बना दिया |
12.चाँद की तरफ देख के फरियाद मांगते है,
हम जिंदगी में बस तेरा प्यार मांगते है,
भूल के भी कभी मुझसे दूर मत जाना,
हम कौनसा तुझसे तेरी जान मांगते है |
ऐसी शायरी पढ़ने के लिए हमारे साथ लगातार बने रहे
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